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वर्तमान संदर्भ म...

वर्तमान संदर्भ में शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान

Author Name : डॉ. सुदेश

शोध सार

भारतीय व्यवस्था में महिलाओं का स्थान पुरुषों के मुक़ाबले गौण रहा है, जबकि समाज, कार्यस्थल व परिवार में सामाजिक एवं आर्थिक स्तर पर महिलाओं की भूमिका सराहनीय रही है। भारतीय समाज प्राचीन काल से ही पुरुष प्रधान रहा है, इसीलिए समाज के विभिन्न पहलुओं में महिलाओं की भूमिका भी पुरुषों के मुकाबले कम तर रही है। प्राचीन काल से ही शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका मैत्रयी, गार्गी आदि कुछ महिलाओं को छोड़कर कम ही भागीदारी रही, लेकिन आधुनिक काल में महिलाओं के सशक्तिकरण में शिक्षा का योगदान अहम रहा है। वर्तमान समाज व परिवार में महिलाओं की भूमिका सराहनीय रही है। शिशु की सबसे पहली शिक्षिका उसकी माता ही होती है। अतः वह अपनी संतान में वह सभी अच्छे गुण भर सकती है, जो किसी इंसान में होने चाहिए। वह आसानी से एक अच्छे व्यक्ति, परिवार, समाज, देश और विश्व का निर्माण कर सकती है। वर्तमान में महिलाओं ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी ऊंचाइयों को छुआ है। समाज में महिला का साक्षर होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि वह अपने जीवन काल में कई परिवारों का आधार बिंदु बनती है, इसीलिए वह एक कुशल सृजन कर्ता साबित होती है।