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ISSN: 2455-6211

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पृथ्वीपुत्र उपन...

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पृथ्वीपुत्र उपन...

पृथ्वीपुत्र उपन्यासक वैशिष्ट्य

Author Name : प्रभाष कुमार

 

DOI: https://doi.org/11.56025/IJARESM.2023.11223546

 

सार

श्री ललित जीक एकमात्र उपन्यास ‘पृथ्वीपुत्र’ मैथिली साहित्यमे एक सफलतम उपन्यास अछि। औपन्यासिक दृष्टिकोणसँ सेहो ई एक सशक्त उपन्यास अछि। एहिमे जतए एक दिश जमींदारी उन्मूलनक स्वर देल गेल अछि ओतहि कलपू एवं बिजलीक पवित्र प्रेम देखाओल गेल अछि। एहि उपन्यासमें माक्र्सक जीवन-संघर्षक प्रेरणा देल गेल अछि तऽ दोसर दिश फ्रायडक मनोवैज्ञानिक विश्लेषण कएल गेल अछि। फ्रायडक मनोविश्लेषणक अन्तर्गत बिजलीक कलपू मिश्र संग अवैध प्रेमकेँ लेखक वैधहु प्रेमसँ पवित्र देखौलनि अछि। एकर संगहि माक्र्सक इतिहास विकासक नवीन व्याख्या आर्थिक आधार पर करैत निरन्तर वर्ग संघर्षकेँ प्रधानता देलनि अछि। एहि आधार पर एहिमे निरन्तर मानव विकासमे होइत द्वन्द्व देखाओल गेल अछि। जाहिमे विशेखी, सरूपा, गेनमा, बिजली अपन भूमिक रक्षाक लेल जमींदारक विरोध करैत अछि, लड़ाई करैत अछि आ अन्तमे अपन जमीनक रक्षा करैत अछि। ललित जी एहिमे ई देखएबाक प्रयास कएलिन अछि जे व्यक्ति संघर्षक बल पर अपन अस्तित्व कायम राखि सकैत अछि।