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ISSN: 2455-6211

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सर्वोच्च न्याया...

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सर्वोच्च न्याया...

सर्वोच्च न्यायालय के कार्य एवं शक्तियां की प्रासंगिकता

Author Name : डॉ. सुगल राम रैगर

शोध सारांश 

भारत में दुनिया की सबसे अच्छी तरह से स्थापित कानूनी व्यवस्था है। इसके नियम और विनियम सैकड़ों वर्ष पुराने हैं, जो एक जीवित अभ्यास का निर्माण करते हैं जो इसके विभिन्न व्यक्तियों के जीवन के साथ विकसित और विकसित हुआ है। भारत के संविधान ने भारत को एक स्वतंत्र और स्वतंत्र संवैधानिक लोकतंत्र के रूप में स्थापित किया, एक प्रशासनिक ढांचे के साथ जिसमें संघ और राज्यों में एक संसदीय प्रकार की सरकार, एक स्वतंत्र कानूनी कार्यकारी, गारंटीकृत मौलिक अधिकार और संविधान के प्रावधान शामिल हैं जो लक्ष्य नहीं हैं कानूनी रूप से विनियमन में बाध्यकारी हैं लेकिन देश के प्रशासन के लिए केंद्रीय हैं। प्रस्तुत शोध पत्र में  सर्वोच्च न्यायालय के कार्य एवं शक्तियों की प्रासंगिकताका अध्ययन किया गया है । 

मुख्य बिन्दु:- सर्वोच्च न्यायालय , कानूनों का अधिनियमन , न्याय तंत्र , न्यायालय के कार्य व शक्तियां एवं निष्कर्ष ।