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पण्डित लखमीचन्द ...

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पण्डित लखमीचन्द ...

पण्डित लखमीचन्द के लोक-नाट्यों में लोक संस्कृति

Author Name : डॉ॰ सुमन देवी

हरियाणा के प्रख्यात लोक कवि एवं भजनोपदेशक पं० लखमीचन्द हरियाणा के उन प्रसिद्ध कवियों में से एक हैं, जिनका हरियाणवी साहित्य को समृद्ध बनाने में अनुपम योगदान है। उनका विराट व्यक्तित्व प्रत्येक मनुष्य को अपनी ओर आकृष्ट करता है। संस्कृत साहित्य में जो स्थान में सूरदास कालिदास को प्राप्त है, अंग्रेजी साहित्य में शेक्सपीयर, हिन्दी संत परम्परा में कबीर, रामकाव्य परम्परा में तुलसीदास, कृष्ण काव्य परम्परा' तथा कथा साहित्य में जिस पद के अधिकारी मुंशी प्रेम चन्द्र हैं, उसी प्रकार हरियानी साहित्य में पं० लखमीचन्द भी एक सम्माननीय पद पर विराजमान हैं और आज भी लोगों के दिलों पर राज करते हैं। पां लखमीचन्द की लेखनी से समाज का कोई क्षेत्र भी अछूता नहीं है। अनेक समीलकों ने पंजी को लोक नाट्य सम्राट कवि सूर्य, शुकदेव स्वरा तथा गायकी के गंधर्व आदि विशेषणों से नवाजा है।