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भारतीय राष्ट्री...

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भारतीय राष्ट्री...

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में सुभाष चन्द्र बोस का योगदान।

Author Name : डॉ. सुदेश

श्ूमिका: भारतीय राजनीति में सुभाष चन्द्र बोस का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में राष्ट्रवाद की विचारधारा से भी वे काफी प्रभावित हुए। राष्ट्रवाद के बारे में विद्वानों के भिन्न-भिन्न विचार है। ऐनसाइक्लोपिडिया ब्रिटेनिका में राष्ट्रवाद से अभिप्राय उस मनोदशा से है, जिसके तहत मनुष्य की संपूर्ण निष्ठा राष्ट्र राज्य के प्रति होती है। इसका अभिप्राय है कि राष्ट्रवाद एक ऐसी भावना है जिसमें व्यक्ति का संपूर्ण समर्पण अपने राष्ट्र के लिए प्रेरित होता है। राष्ट्रवाद का भिन्न-भिन्न लोगों के लिए अलग-अलग अर्थ होता है। राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना उन्हीं लोगों में तथा उसी समय उत्पन्न होती है जिनकी समान भाषा एवं संस्कृति तथा समान ऐतिहासिक परम्पराएं होती है, और वे लोग समान राजनीतिक व्यवस्था में रहते हैं। परन्तु युरोप के बारे में राष्ट्रवाद की व्याख्या सभ्य एवं विकसित जातियों के द्वारा दूसरी जातियों पर अपना प्रभुत्व स्थापित करना तथा अपने राष्ट्र-राज्य की सीमाओं का विस्तार करना था। साम्राज्यवाद का जनक ही राष्ट्रवाद है। परन्तु इसके विपरित शोषित एवं विजयी जातियों के लिए राष्ट्रवाद का अर्थ साम्राज्यवाद अर्थात उपनिवेशवाद से मुक्ति प्राप्त करना होता है। इस प्रकार निष्कर्ष निकलता है कि राष्ट्रवाद ने ही साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद से लेकर इन सभी व्यवस्थाओं के विरूद्ध चलाए गए आन्दोलनों का स्वरूप धारण किया है ।

मुख्य षब्द: भारतीय राजनीति, सुभाष चन्द्र बोस, राष्ट्रीय आन्दोलन, ऐतिहासिक योगदान।